Page 22 - दिल्ली नगर निगम पत्रिका 'निगम आलोक-2024'
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5. वहांिली ज्ान प्रवतयोवगता


            रो न0    कर्मचारी का नार          पद             विभाग का नार            प्ापाांक (100)    श्रेणी
            123          ििीषा रािी       अधयानपका        नशषिा नवभाग, िरेला षिेत्र        98          प्रथि
             55      डॉ0 कनपल गहलोि        अधयापक        नशषिा नवभाग, पनचििी षिेत्र        96          नवििीय
            138             ररिु          अधयानपका             नशषिा नवभाग                 92          िृिीय

             95          पूजा पहल         अधयानपका      नशषिा नवभाग, िजफगढ़ षिेत्र          90         प्रोतसाहि
            151          िरेश क ु िार      अधयापक              नशषिा नवभाग                 90         प्रोतसाहि
            103          सपिा राय         अधयानपका             नशषिा नवभाग                 89         प्रोतसाहि
            117         िीिाषिी रािी      अधयानपका       नशषिा नवभाग, रोनहणी षिेत्र        88         प्रोतसाहि
            141          आशा रािी         अधयानपका             नशषिा नवभाग                 88         प्रोतसाहि







              सरसिररी िंदना
                                                          2025 एक नया बदलाि


              भगवतरी शारिे हे िां भगवतरी शारिे ।
            िेरा वंिन, अदभनंिन िां सवरीकार लो । ।
                                                       हर पल, हर क्षण, सप्ताह, िाह    आओ! अब क ु ् ऐसा ठानें

             उजजवल िंिा जैसरी, क ुं ि के  फ ू ल सि ।     और साल बिलते आए,                 बिल सवयं को पाएं।

               िवला ्दव हरे िानस का ति । ।                दकतना क ु ् बिला पर
          किलासनरी, वरीणावादिनरी िां िुझे र्ाि लो ।   अब तक खुि को बिल न पाए ।          खुि बिलेंगे जग बिलेगा
                   भगवतरी शारिे हे िां .....                                              दफर होगा उदजयारा,

                                                         बहुत ज्ान बांटा है सबको        अंतिमान िें जयोत जगाकर

                  दवद्ा कला संगरीत सजा िो ।               खुि न अिल कर पाए,                ति को िूर भगाएं।
                 िेश प्ेि संग ज्ान सुिा िो । ।          सरीख दसखा िरी दकतनों को
           िेरा आना, ‘नव’ बाना जग िें सार्माक हो ।      पर खुि क ु ् सरीख न पाए ।    अबकी बरस बस ये हरी प्ण हो,

                  भगवतरी शारिे हे िां …...                                            खुि का खुि से हरी बस रण हो

                                                          उपिेशक बनने से पहले           अंततमाि् की हर बािा का
           िेररी प्ार्माना, िेररी यािना िां सवरीकार लो ।    दजज्ासु बन जाएं,          िेखो सवेच्ा से हरी हरण हो ।
                  भगवतरी शारिे हे िां ……                सब उपिेश सुनें और उनसे


                                                            सार-सार ले आएं ।                                 उषा
                                       नवरीन क ु िार                                     अधयादपका, दशक्षा दवभाग
                              अनु. संगरीत अधयापक        बहुत सरल है सरीख दसखाना
            दशक्षा दवभाग नरेला क्षेरि, 9716574959         पर िुदशकल अपनाना,



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