Page 5 - दिल्ली नगर निगम पत्रिका 'निगम आलोक-2024'
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रववन्द्र भारद्ाज
उपमहापौर
विल्ली नगर वनगम
संदेश
राजभाषा दहंिरी के अदिकादिक प्योग को बढ़ावा िेने के प्यासों िें दकसरी कायामालय द्ारा अपनरी राजभाषा
पदरिका का प्काशन एक सकारातिक एवं प्भावरी किि होता है । इसरी क्रि िें दिललरी नगर दनगि अपनरी गृहपदरिका
‘दनगि आलोक-2024’ का प्काशन करने जा रहा है । दहंिरी बहुत हरी सरल एवं सहज भाषा है । इसे आसानरी से
बोला और सरीखा जा सकता है । इसिें िेश की एकता और अखंडता को अक्षणण बनाए रखने की क्षिता है । इतने
ु
बड़े िेश िें जहाँ इतनरी भाषाएं हैं, वहाँ िेश की एकता के दलए एक प्िुख आवशयकता यह है दक कोई ऐसरी भाषा
हो, दजसे सब बोल सकें , जो एक कड़री की तरह सबको दिला-जुलाकर रख सके । इसदलए दहंिरी को बढ़ावा िेना हि
सबका काि है ।
सरकाररी किमािाररी होने के सार्-सार्, भारत के एक दजमिेिार नागररक की हैदसयत से हि सबका यह नैदतक
कतमावय है दक हि अपनरी राजभाषा का समिान करते हुए अपने कायामालयरी कािकाज िें इसके प्योग को बढ़ावा िें ।
िुझे आशा हरी नहीं, अदपतु पूणमा दवश्वास है दक सभरी के सािूदहक प्यतन से दहंिरी के कायामालयरी प्योग िें दिनोंदिन वृदधि
होगरी ।
अंत िें, राजभाषा पदरिका ‘दनगि आलोक’ के सफल प्काशन के दलए िैं अपनरी शुभकािनाएँ िेता हूँ ।
( रववन्द्र भारद्ाज)
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